पुतिन से मिलने 40 मिनट इंतज़ार, फिर जबरन मीटिंग में घुसे शहबाज़ शरीफ़: दुनिया ने देखी ‘बेइज्जती’!”


पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति के मंच पर कई बार असहज और शर्मिंदगी भरे पलों का सामना कर चुके हैं, जिन्हें मीडिया और सोशल मीडिया ने “अंतर्राष्ट्रीय बेइज्जती” के रूप में उजागर किया है।

​1. पुतिन-एर्दोगान की मीटिंग में जबरन एंट्री

​सबसे हालिया घटना तुर्कमेनिस्तान में आयोजित इंटरनेशनल फोरम ऑन पीस एंड ट्रस्ट की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, शहबाज़ शरीफ़ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय मुलाकात के लिए 40 मिनट से अधिक समय तक इंतज़ार करते रहे। जब पुतिन नहीं आए, तो वह उस हॉल में चले गए जहाँ पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान की मीटिंग चल रही थी। इसे कई मीडिया आउटलेट्स ने “जबरन घुसपैठ” (Gate-crashing) बताया, जिसने उनकी प्रतिष्ठा को भारी नुकसान पहुँचाया।

​2. बार-बार ईयरफोन का गिरना

​शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठकों में शरीफ़ दो बार (2022 और फिर 2025 में) रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सामने अपने ट्रांसलेशन ईयरफोन को लेकर असहज स्थिति में आ गए। बातचीत शुरू होने से ठीक पहले, ईयरफोन उनके कान से बार-बार फिसलकर गिर गया। वायरल हुए वीडियो में पुतिन को मुस्कुराते हुए और हाथ के इशारे से ईयरफोन लगाने का तरीका समझाते हुए देखा गया। इस घटना को कूटनीतिक अनभिज्ञता और देश के लिए एक शर्मनाक क्षण माना गया।

​3. अन्य असहज क्षण

​इसके अलावा, SCO समिट में उन्हें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन के साथ समूह फोटो में किनारे पर खड़े देखा गया, जिससे उनकी उपेक्षा की अटकलें लगाई गईं। रियाद में अरब समिट की ग्रुप फोटो में भी उन्हें पिछली पंक्ति में जगह मिली।

​ये सभी घटनाएँ वैश्विक मंच पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की छवि को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।


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