दुनिया के सात अजूबे विश्व की 7 ऐसी ऐतिहासिक विरासतें हैं जिन्हें सन 2000 में 100 मिलियन लोगों ने चुना। दरअसल 21वीं शताब्दी शुरू होने से पहले दुनिया के 7 अजूबों को नए सिरे से नामित करने का सोचा गया। ताकि विश्व 7 नए अजूबे चुनें जाएँ और नए तरीके से दुनिया के सामने पेश किये जाएँ। क्यूंकि उससे पहले विश्व के जो 7 अजूबे थे वो लगभग नष्ट हो गए थे, उनके नाम और इतिहास के बारे में जानकारी इसी पोस्ट में आगे दी जाएगी। वर्तमान 2023 में दुनिया के 7 अजूबों (7 Wonders Of The World Names in Hindi) में ताजमहल (भारत), चीन की दीवार (चीन), पेट्रा (जोर्डन), क्राइस्ट द रिडीमर (ब्राजील), माचू पिच्चु(पेरू), कोलोसम (इटली), चिचेन इत्ज़ा (मैक्सिको) शामिल हैं।
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7 Wonders Of The World Names in Hindi | दुनिया के सात अजूबों के नाम हिंदी में
दुनिया के नए 7 अजूबे वो विश्व धरोहर हैं जिनको दुनिया की सबसे बेहतरीन कलाकृतियों में से चुनकर 7 अजूबों में शामिल करके सम्मानित किया गया है। हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक इनको देखने के लिए जाते हैं। विश्व की उन 7 नायाब धरोहरों के नाम स्थित देशों और उनके निर्माण सम्वत के साथ बिना किसी रैंकिंग के इस प्रकार हैं –
अजूबे का नाम | स्थित स्थान (देश) | निर्माण वर्ष/संवत |
---|---|---|
ताजमहल | भारत | 1648 |
चीन की दीवार | चीन | 7वीं BC शताब्दी |
चिचेन इत्ज़ा | मैक्सिको | AD 600 |
माचू पिच्चु | पेरू | AD 1450 |
कोलोसियम | इटली | AD 80 |
क्राइस्ट द रिडीमर | ब्राज़ील | 1931 |
पेट्रा | जोर्डन | 100 BC |
7 Wonders Of The World Names In English | 7 वांडर्स ऑफ़ दी वर्ल्ड नेम्स इन इंग्लिश
यूँ तो हमारा यह लेख हिंदी में है लेकिन बहुत से लोग और स्कूल के बच्चे अपने स्कूल प्रोजेक्ट्स के लिए 7 वांडर्स ऑफ़ दी वर्ल्ड नेम्स इन इंग्लिश गूगल पर खूब सर्च करते हैं। इसलिए 7 Wonders Of The World Names In English नीचे दिए हुए हे –
World Wonder’s Name | Located in (Country) | Built Year |
---|---|---|
Taj Mahal | India | 1648 |
The Wall of China | China | 7th Century BC |
Chichén Itzá | Mexico | AD 600 |
Machu Pikchu | Peru | AD 1450 |
Colosseum | Italy | AD 80 |
Christ the Redeemer | Brazil | 1931 |
Petra | Jordan | 100 BC |
7 Wonders Of The World Names List | दुनिया के सात अजूबों की लिस्ट
- ताजमहल (भारत),
- चीन की दीवार (चीन),
- चिचेन इत्ज़ा (मैक्सिको),
- माचू पिच्चु(पेरू),
- कोलोसम (इटली),
- क्राइस्ट द रिडीमर (ब्राजील),
- पेट्रा (जोर्डन)
7 Wonders Of The World With Pictures And Names | दुनिया के सात अजूबों के नाम उनकी फोटो के साथ
दुनिया के नए 7 अजूबों का इतिहास (History of 7 Wonders Of The World) बहुत ही रोचक है। विश्व के नए 7 अजूबे चुनने की प्रिक्रिया में सबसे पहले ज़्यूरिक (Zurich) में न्यू 7 वॉन्डर फाउंडेशन नाम की संस्था की स्थापना की गयी। फिर उन्होंने सन 1999 – 2000 के बीच एक वेबसाइट बनाई जिसमें पूरी दुनिया से लगभग 200 सबसे खूबसूरत और नायाब स्मारकों की जानकारी दी गयी। उसके बाद पूरी दुनिया में एक पोल शुरू किया गया और पूरी दुनिया में लोगों से वोट करने का आग्रह किया गया।
दुनिया के नए 7 अजूबों का इतिहास बहुत ही रोचक है। विश्व के नए 7 अजूबे चुनने की प्रिक्रिया में सबसे पहले ज़्यूरिक (Zurich) में न्यू 7 वॉन्डर फाउंडेशन नाम की संस्था की स्थापना की गयी। फिर उन्होंने सन 1999 – 2000 के बीच एक वेबसाइट बनाई जिसमें पूरी दुनिया से लगभग 200 सबसे खूबसूरत और नायाब स्मारकों की जानकारी दी गयी। उसके बाद पूरी दुनिया में एक पोल शुरू किया गया और पूरी दुनिया में लोगों से वोट करने का आग्रह किया गया। न्यू वॉन्डर संस्था के अनुसार, यह पोल 7 साल चला जिसमें 100 मिलियन लोगों ने भाग लिया जिन्होंने इंटरनेट और फ़ोन के माध्यम से वोटिंग की और परिणामस्वरूप सन 2007 में उन 200 नायाब स्मारकों में से दुनिया के सबसे बेहतरीन 7 अजूबों को चुना। जिसके फलस्वरूप सबसे ज़्यादा वोट मिलने वाले स्मारकों को दुनिया के नए सात अजूबों का नाम दिया गया।
आईये जानते हैं 2023 में दुनिया के 7 अजूबों के नाम और उनके इतिहास के बारे में। कृपया ध्यान दें कि विश्व के सात अजूबों की निम्नलिखित सूची बिना किसी रैंकिंग के दी गई है –
Taj Mahal | ताजमहल
ताजमहल (भारत) (Taj Mahal History) : ताजमहल भारत की नायाब ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। बेहद खूबसूरत यह मकबरा प्यार की निशानी है। इसे मुगल सम्राट शाहजहाँ ने 16वीं शताब्दी में अपनी पत्नी बेगम मुमताज़ महल की याद में बनवाया था। इसका निर्माण 1632 से 1648 के बीच हुआ। यूँ तो भारत में मुग़ल शासकों द्वारा बनायी गयी बहुत सी ऐतिहासिक इमारतें हैं लेकिन ताजमहल को भारत में मुस्लिम कला का सबसे बेहतरीन नमूना माना जाता है। ऐसी खूबसूरत इमारत दुनिया में कहीं देखने को नहीं मिलती। ऐसा कहा जाता है कि ताजमहल को बनाने में 15 साल का लम्बा समय और 20,000 से भी ज़्यादा मज़दूर लगे और इसके बनने के बाद मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने सभी मज़दूरों और बनाने वालों के हाथ कटवा दिए थे ताकि वह ऐसा कोई दूसरा नमूना न बना सकें।
यमुना नदी के तट पर बनी ताजमहल की सफेद संगमरमर की यह संरचना वास्तव में कई वास्तुशिल्प शैलियों, जिनमें फारसी, इस्लामी, तुर्की और भारतीय शामिल हैं, का प्रतिनिधित्व करती है। यह चारों तरफ से एक सुन्दर बगीचे से घिरा है और इसके ठीक सामने पानी का फ़व्वारा है। एक अनुमानित डाटा के मुताबिक प्यार की इस निशानी ताजमहल को देखने के लिए हर साल लाखों की तादाद में लोग जाते हैं।
Great Wall of China | चीन की महान दीवार
चीन की महान दीवार (China) (History of The Great Wall of China) : 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व और 16 वीं शताब्दी के बीच निर्मित, चीन की महान दीवार चीनी साम्राज्य की सीमाओं को मंगोलों पर हमला करने से बचाने के लिए बनाई गई थी। यह पत्थर की दिवार किलेबंदी के लिए बनाई गयी थी। द ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना असल में लगभग 4,000 मील में फैली कई दीवारों का एक क्रम है, जो इसे इंसानों द्वारा बनाई गयी दुनिया की सबसे लंबी दीवार बनाता है। आकाश से देखने पर भी इसे ऐसे ही देखा जा सकता है। इसकी यही विशेषता इसे अनोखा व लोकप्रिय बनाती है। क्यूंकि ऐसा अजूबा दुनिया में दूसरा कोई नहीं है। इसीलिए इसे दुनिया के 7 अजूबों (7 Wonders Of The World) में शामिल किया गया।
Chichen Itza | चिचेन इट्ज़ा
चिचेन इट्ज़ा (मेक्सिको) (Chichen Itza History) : यह मैक्सिको में स्थित मयान सभ्यता का प्राचीन मंदिर है। चिचेन इत्ज़ा माया सभ्यता का सबसे अधिक जनसँख्या वाला सबसे पुराना शहर है। इसकी जनसँख्या के जैसे ही इसका क्षेत्रफल भी बहुत बड़ा है। पुरातत्विद आंकड़ों के हिसाब से इसका निर्माण लगभग AD 600 में हुआ था।
पथ्थर का बना यह मंदिर 79 फ़ीट ऊँचा एक पिरामिड नुमा कलाकृति है। मंदिर के चारों तरफ 365 सीढ़ियां हैं, जो हर एक दिन का आभास दिलाती हैं। इसके अंदर अजीब अजीब आवाज़ें आती हैं जिसकी वजह से यह बहुत प्रसिद्ध है। यही बातें इसे एक ऐसा अजूबा बनाती हैं जो दुनिया में दूसरा कहीं देखने को नहीं मिलेगा। इसलिए यह दुनिया के सात अजूबों में शामिल है। अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक हर साल लगभग 1.2 मिलियन से 1.4 मिलियन पर्यटक यहाँ घूमने आते हैं।
Machu Picchu | माचू पिच्चू
माचू पिच्चू (पेरू) (History of Machu Pichu) : माचू पिचू, स्पार्कलिंग ग्रेनाइट का एक इंकान शहर है। यह दक्षिण अमेरिका के पेरू में स्थित है। यह अनिश्चित रूप से 2 विशाल एंडियन चोटियों के बीच स्थित है, विद्वानों के हिसाब से इंका राजधानी कुस्को के लिए एक पवित्र पुरातात्विक केंद्र रहा है।
पुरातत्विदों के मुताबिक माचू पिच्चू का निर्माण 1400 के दशक के मध्य में हुआ था। इंकान साम्राज्य के शिखर पर निर्मित, इस पर्वतीय गढ़ में इंका सभ्यता रहा करती थी। बाद में इंकास ने इसे छोड़ दिया था। 1911 तक स्थानीय लोगों को छोड़कर यह स्थल अज्ञात रहा, इसलिए इसे “इंकाओं का खोया शहर“ भी कहते हैं। उसी दौरान पुरातत्वविद् हीराम बिंघम द्वारा इसे फिर से खोजा गया और दुनिया के सामने लाया गया। सन 1983 में यूनेस्को (UNESCO) ने इसे विश्व धरोहर घोषित कर दिया। और बाद में 2007 में इसे विश्व के 7 अजूबों में शामिल किया गया।
समुद्री तल से इसकी ऊंचाई 1430 मीटर है और यही इसकी खास बात है जो इसे एक नायाब अजूबा बनाती है। क्यूंकि यह सोचने योग्य है कि इतनी ऊचाई पर यह शहर कैसे बसा? साइट पर केवल पैदल, ट्रेन या हेलीकॉप्टर द्वारा ही पहुंचा जा सकता है। इंका जाति की कलाकृत्यां, उनके द्वारा बनाई गयी वस्तुएं वहां आज भी मौजूद हैं। जिन्हें देखने हर साल भारी संख्या में पर्यटक वहां जाते हैं।
The Roman Colosseum | रोमन कोलोसियम
रोमन कोलोसियम (रोम) (History of Roman Colosseum) : रोम में कोलोसियम एक बहुत बढ़या जगह है। इसे बहुत पुराने समय में करीब 70 से 80 ईसा पूर्व के बीच बनवाया गया था। और यह लगभग 500 वर्षों तक इस्तेमाल किया गया था। यह एक बड़ी, अंडाकार कलाकृति है जिसमें लगभग 50,000 लोगों के बैठने की जगह है। लोग यहां आकर खिलवाड़ी युद्धों, पशु शिकार, और अन्य सार्वजनिक शो का आनंद लेने के लिए इकट्ठे होते थे।
कोलोसियम को भूकंपों और प्राकृतिक आपदाओं के कारण कुछ हिस्से में क्षति हुई, लेकिन कुछ हिस्से आज भी पर्यटकों के लिए खुले हैं। इतनी पुरानी यह कलाकृति आज भी दुनिया के सात अजूबों में अपनी जगह बनाये हुए है। लगभग 2,000 वर्षों के बाद भी, इसका डिज़ाइन आज भी आधुनिक एम्फिथिएटरों के निर्माण में प्रभावशाली है। हर साल लाखों की तादाद में लोग इस अजूबे क देखने आते हैं।
Christ the Redeemer Statue | क्राइस्ट द रिडीमर स्टैच्यू
क्राइस्ट द रिडीमर (ब्राज़ील) (History of Christ The Redeemer) : जीसस क्राइस्ट की यह विशाल प्रतिमा लगभग 130 फ़ीट लम्बी और 95 फ़ीट चौड़ी है। यह रियो द जेनेरिओ, ब्राज़ील में है। इसका डिज़ाइन ब्राज़ील के सिल्वा कोस्टा द्वारा बनाया गया था। और ईसा मसीह की यह विशाल प्रतिमा फ्रेंच के महान मूर्तिकार लेनदोवस्की ने सन 1922 – 1931 के बीच बनाई थी। इसका अनुमानित वज़न लगभग 630 टन है। यह दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा है। इससे ऊँची कोई भी प्रतिमा आजतक नहीं बनीं, और यही बात इसे महान बनाती है। इसपर पक्षियों आदि को बैठने से रोकने के लिए इसके ऊपर छोटी छोटी कीलें लगाई गयी हैं। रियो शहर से 70 मीटर ऊँची कोर्कोवाडो की पहाड़ी पर स्थित येशु मसीह की यह विशाल प्रतिमा दुनिया के 7 अजूबों में से एक है। हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक इसे देखने यहाँ आते हैं।
Petra | पेट्रा
पेट्रा (जॉर्डन) (History of Petra) : पेट्रा राजा एरेटस IV के नबातियन साम्राज्य की राजधानी थी। इसे 1985 में एक विश्व धरोहर स्थल घोषित किया। यह संभवतः 9 ईसा पूर्व से 40 ईस्वी तक अपने उरूज पर थी। इस सभ्यता के लोग हेरफेर करने वाले थे। उनके जल प्रौद्योगिकी, जटिल सुरंगों और जल कक्षों का निर्माण करने की तकनीकों ने उन्हीं जैसे बनाने में मदद की। 4,000 सीटों वाला एम्फीथिएटर, एल-डीर मठ और पेट्रा के वासियों द्वारा पत्थर में उकेरी गई कई अविश्वसनीय संरचनाएं पर्यटकों का ध्यान पेट्रा की ओर खींचती हैं।
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7 Wonders Of The World Names in Hindi FAQ
दुनिया के 7 अजूबों (7 Wonders Of The World Names in Hindi) के नाम इस प्रकार हैं –
ताजमहल (भारत), चीन की दीवार (चीन), पेट्रा (जोर्डन), क्राइस्ट द रिडीमर (ब्राजील), माचू पिच्चु(पेरू), कोलोसम (इटली), चिचेन इत्ज़ा (मैक्सिको)
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